Sidhidatri - ninth form of goddess durga |
कमलस्थितां चतुर्भुजा सिद्धीदात्री यशस्वनीम्॥
स्वर्णावर्णा निर्वाणचक्रस्थितां नवम् दुर्गा त्रिनेत्राम्।
शख, चक्र, गदा, पदम, धरां सिद्धीदात्री भजेम्॥
पटाम्बर, परिधानां मृदुहास्या नानालंकार भूषिताम्।
मंजीर, हार, केयूर, किंकिणि रत्नकुण्डल मण्डिताम्॥
प्रफुल्ल वदना पल्लवाधरां कातं कपोला पीनपयोधराम्।
कमनीयां लावण्यां श्रीणकटि निम्ननाभि नितम्बनीम्॥
NOTE: There are hundreds of real and similar powerful, strange and miraculous spells are collected from the Ancient Shabar Mantra. And ebooks are also created. Any one can order these books from the Paypal button provided on this website. CLICK HERE TO ORDER THESE BOOKS
SEX MAGIC SPELLS OR यौन शक्ति और संभोग सुख का मंत्र
ONLINE KALA JADOO SPECIALIST
ONLINE VASHIKARAN SPECIALIST or अत्यंत तीव्र वशीकरण मन्त्र प्रयोग
COMMUNICATE OR CONTROL OVER GHOST OR PHANTOM या भूत प्रेत साधना
No comments:
Post a Comment
Astrologerhut